यती नरसिंहा नंद ने खिलाफ हो कडी कार्रवाहीः मौलाना शराफत
जमीयत उलेमा-ए-हिंद उत्तराखण्ड प्रदेश के हर थाने में कराएगा मुकदमा
देहरादून। Any disrespect against Mohammed Sahib is not tolerated जमीयत उलेमा-ए-हिंद उत्तराखण्ड के अध्यक्ष मौलाना हुसैन अहमद और प्रदेश महासचिव मौलाना शराफत अली कासमी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व गृहमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर गाज़ियाबाद (उत्तर प्रदेश) के डासना देवी मंदिर के महंत यती नरसिंहानंद सरस्वती की और से मुहम्मद साहब की शान में की गई अत्यंत अपमानजनक और दिल दुखाने वाली टिप्पणियों की शिकायत की है।
पत्र में कहा गया है कि एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा की जा रही है, जिसमें पैगंबर मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) के खिलाफ निंदनीय और शर्मनाक बातें कही गई हैं। इसे एक गैर-मुस्लिम व्यक्ति की और से अपने ‘एक्स’ हैंडल ‘सनातन उषादल’ से पोस्ट किया गया है। वीडियो में कही गई बातें असहनीय और अत्यंत निंदनीय हैं, जिसने विश्वभर के मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है।
जमीयत ने अपने पत्र में यती नरसिंहानंद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। यती नरसिंहानंद के बयान को राष्ट्रीय अखंडता और एकता के लिए एक गंभीर खतरा करार दिया है। यती नरसिंहानंद नफरत फैलाने वाला व्यक्ति है, जो बार-बार इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ ज़हर उगलता रहा है।
इस बार उसने सभी हदें पार कर दी हैं, जिन्हें किसी भी स्थिति में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यह बयान न केवल मुसलमानों की भावनाओं का अपमान है, बल्कि यह एक सोची-समझी योजना के तहत सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश है, जो देश की शांति और स्थिरता को प्रभावित कर सकती है।
जमीअत मांग करती है कि यती नरसिंहानंद के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाए, साथ ही आपत्तिजनक वीडियो को बिना देरी के सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से हटाया जाए और इन प्लेटफार्मों को इस प्रकार की सामग्री के प्रसार पर कानूनी रूप से जवाबदेह ठहराया जाए। नफरत फैलाने वाले भाषणों को रोकने के लिए निगरानी प्रणाली स्थापित की जाए, ताकि भविष्य में कोई व्यक्ति या समूह धार्मिक व्यक्तित्वों या समुदायों को निशाना बनाकर देश की शांति को नष्ट न कर सके।
भारत का संविधान हर धर्म का सम्मान करने की गारंटी देता है और इस प्रकार के नफरत भरे भाषण और बयान न केवल कानूनी दृष्टिकोण से अपराध हैं, बल्कि नैतिक रूप से भी अत्यंत निंदनीय हैं। जमीअत उत्तराखण्ड में अभियान चलाकर प्रदेश भर में थानों में यती नरसिंहानंद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जाएगी।