मुख्यमंत्री बोल रहे हर बार झूठ, जनता समझे : हरीश

मुख्यमंत्री बोल रहे हर बार झूठ, जनता समझे : हरीश

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ उप चुनाव में प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस नेता और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित किया। इसके साथ ही दोनों नेताओं ने केदारघाटी के विभिन्न गांवों का भी भ्रमण किया और क्षेत्र की जनता को भाजपा सरकार की कुनीतियों की जानकारी दी।

भीरी में आयोजित पत्रकार वार्ता में पूर्व सीएम हरीश रावत ने सीएम धामी पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री लगातार झूठ बोल रहे हैं। भाजपा को पहले ही झूठ बोलने में महारत हासिल है और ऐसा ही एक झूठ मुख्यमंत्री लगातार बोल रहें कि मनोज रावत ने अपने विधायक रहते हुए छः करोड़ विधायक निधि खर्च नहीं कर पाए, जो लैप्स हो गई। ये बात सरासर झूठ है। उन्होंने प्रमाण देते हुए कहा कि विधायक रहते हुए मनोज रावत ने शत-प्रतिशत विधायक निधि खर्च की है। सीडीओ दफ्तर के आंकड़ो से अपनी बात को उन्होंने प्रमाणित किया।

उन्होंने कहा कि इस समय सारी सरकारी मशीनरी केदारनाथ विधानसभा में चुनावों को प्रभावित करने के लिए लगी हुई है। इसमें केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारी शामिल हैं। इसके अलावा पैंसों से वोट खरीदने की तैयारियां तेजी से शुरू हो गई हैं। उन्होने आरोप लगाया कि केदारनाथ के गर्भगृह से सोना पीतल में बदल गया और चांदी को बेच दिया गया। 230 किलो सोना 23 किलो सोने में तब्दील कर दिया गया।

उन्होंने कहा कि धामी सरकार चारधाम यात्रा को आउटसोर्स करने जा रही है। स्पष्ट करते हुए कहा कि एक गुजराती कंपनी को चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन का काम दिया गया और उसके लिए यात्रा बाधित की गई। उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान का जो काम किया जा रहा है, वो सारी कंपनियां एक विशेष राज्य की हैं। उन्होंने कहा कि जैसे कांग्रेस ने देवस्थानम् बोर्ड के खिलाफ सड़कों पर लड़ाई लड़ी थी, ठीक वैसे ही हम इन मुद्दों पर भी लडेंगे।

कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। दिल्ली, देहरादून जैसे शहरों में काम कर रहे केदारनाथ के वोटरों को लालच देकर केदारघाटी में लाया जा रहा है और भाजपा के पक्ष में वोट देने का दबाव बनाया जा रहा है। जो आचार संहिता का खुला उल्लंघन है।

गणेश गोदियाल ने प्रश्न उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को ये जवाब देना चाहिए कि क्या कभी अंकिता भंडारी से जुडे मामले में भी वे उनसे मिलने आई। क्या कभी उन्हांेने ये कहा कि उस वीआईपी को जल्दी गिरफ्तार करो, जिसकी वजह से अंकिता की हत्या हुई। क्या कभी उन्होंने अपनी पार्टी के उन नेताओं के बारे में कुछ कहा, जो नाबालिग लड़कियों के हत्या और बालात्कार के आरोपी हैं। वे तो भाजपा की महिला मोर्चे की प्रदेश अध्यक्ष हैं, फिर उन्होने ये सारे सवाल क्यों नही उठाए।

उन्होंने कहा कि भाजपाई सनातनी होने का ढोंग मात्र करते हैं। बीती रात कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा की शराब ले जा रही गाडियों को पकड़ा। कहा कि एक महिला प्रत्याशी होते हुए भी वे दूसरे के बच्चों को शराब कैसे पिला सकती हैं। प्रेस वार्ता के दौरान केदारनाथ विधानसभा के प्रभारी और प्रतापनगर के विधायक विक्रम सिंह नेगी, जिलाध्यक्ष कुंवर सजवाण, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल आदि मौजूद रहे।